bhula diya तेरी आँखो की गहराई में
समा गए है हज़ारों गम
जो इनमे मिला है सुकूं मुझे
कहीं नही है खुदा कसम
तेरी निगाहों ने जाना मुझको
नसीब मेरा दिखा दिया
हर इक मंज़िल से मेरी मुझको
बस इक लम्हे में मिला दिया
हो, मैंने इश्क़ की हर गली
को सजा दिया तेरे नाम से
मैंने खुद को भुला दिया, भुला दिया
हो, मैंने इश्क़ की हर गली
को सजा दिया तेरे नाम से
मैंने खुद को भुला दिया, भुला दिया
साँसे ना चले तेरे बिना
ऐसा लगे, जैसे की सारा जहां थम गया
शामें ना ढले, तेरे बिना सुबह ना हो
ऐसे की मौसम तू ही बन गया
तेरी पनाहों ने मुझको तो
इन एहसासों में डुबा दिया
तेरी इबादतों ने मुझको
सजदो के काबिल बना दिया
हो, मैंने इश्क़ की हर गली
को सजा दिया तेरे नाम से
मैंने खुद को भुला दिया, भुला दिया
हो, मैंने इश्क़ की हर गली
को सजा दिया तेरे नाम से
मैंने खुद को भुला दिया, भुला दिया
k. aaryansh